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क्या वाकई हुई EVM हैक ?

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अमेरिका में एक साइबर मास्टर ने सोमवार को दावा किया कि भारत में 2014 के आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये ‘धांधली’ हुई थी ।

सैयद शूजा ने दावा किया है कि भारत में 2014 के आम चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) हैक की गई थी।

उसका दावा है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है, चुनाव आयोग ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया है ।

अमेरिकन साइबर एक्सपर्ट शूजा उस टीम के सदस्य रहे हैं जिन्होंने भारत की ईवीएम को डिजाइन किया था।

शूजा ने सोमवार को लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और ईवीएम हैकिंग से जुड़ी कई बातें बताईं ।

शूजा ने एक चौंकाने वाला दावा यह किया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की हत्या हुई थी न कि दुर्घटना क्योंकि उन्हें ईवीएम हैकिंग की जानकारी थी।

बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने इस दावे को खारिज कर दिया लेकिन कांग्रेस ने कहा कि ये आरोप बेहद गंभीर हैं, काँग्रेस के कपिल सिब्बल प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बताए गए ।

लंदन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सैयद शुजा ने दावा किया कि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने के बाद वह भारत से भाग गए क्योंकि उन्हें देश में अपनी जान को खतरा था ।

इसीलिए वह स्काइप के जरिये चेहरा ढंक कर सामने आए ।

शुजा ने कहा रिलायंस जियो ने कम फ्रीक्वेंसी के सिग्नल पाने में बीजेपी की मदद की थी ताकि ईवीएम मशीनों को हैक किया जा सके।

जबकि जियो की सेवाएं सितंबर 2016 में शुरू हुई थीं ।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी कहा कि कांग्रेस पार्टी के इशारे पर इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया

शूजा का दावा है कि गौरी लंकेश की भी हत्या हुई क्योंकि वे ईवीएम हैकिंग पर खबर करने वाली थीं।

शूजा ने कहा कि रिलायंस कंपनी के पास डेटा ट्रांसमिट के लिए नेटवर्क है और इसका फायदा बीजेपी को मिला ।

उसने कहा कि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में डेटा ट्रांसमिशन को रोक दिया गया, तभी आप इतनी सीटें जीत गई, अन्यथा वो हार जाती ।

शूजा ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे की हत्या इसलिए हुई क्योंकि उन्हें हैकिंग की जानकारी थी।

ईवीएम हैकिंग के दावे सच हैं या झूठ नहीं कहा जा सकता हालांकि चुनाव आयोग ने इसे सिरे से खारिज किया है ।

जबकि काँग्रेस पार्टी मानती है कि ये संभव है और भाजपा कहती है ये गलत है ।

फिलहाल तो चुनाव आयोग पर भरोसा ही एक मात्र चारा है ।