लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अभी काफी उथल पुथल की संभावनाएं हैं ।
कयास लगाए जा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन के साथ कोंग्रेस भी सम्मिलित हो सकती है ।
कांग्रेस के लिए केवल दो सीट यानी रायबरेली और अमेठी छोड़ने वाली गठबंधन द्वारा कांग्रेस को सीट बढ़ाकर देने की मंशा की संभावना बताई जा रही है ।
अब कांग्रेस को यह तय करना है कि वह क्या कदम उठाती है सूत्रों के मुताबिक उसे लगभग 10 सीट का ऑफर मिलेगा ।
नेताओं को लगता है कि नए हालात में एक-एक वोट कीमती है
भाजपा द्वारा सेना के स्ट्राइक को भुनाने की कोशिश के इल्जाम के साथ साथ विपक्ष सरकारी विभागों के गलत इस्तेमाल का आरोप भी लगा रहा है ।
समाजवादी पार्टी शिवपाल यादव के साथ प्रियंका गांधी की टेलीफोन पर बातचीत करने से परेशान है । उन्हें पुराने नेता कोंग्रेस के साथ जाने का डर भी है ।
यदि कांग्रेस ने शिवपाल यादव की पार्टी से गठबंधन कर लिया तो सपा बसपा के लिए परेशानी बढ़ जाएगी ।
हालांकि कांग्रेस ने अभी इस पर चुप्पी साध रखी है आने वाले दिनों में ही कांग्रेस उत्तर प्रदेश में इस बारे में कोई घोषणा कर सकेगी ।
देखने वाली बात यह होगी कि यदि कोंग्रेस भी सपा बसपा के साथ आती है तो सपा और बसपा को कौन सी और कितनी सीट छोड़नी पड़ेंगी ।
हालांकि यह सब समय ही बताएगा ।