28 नवंबर को जिन चार आरोपियों ने महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद जलाने की घटना को अंजाम दिया था वे आज एनकाउंटर का शिकार हुए ।
उस दिन आरोपियों ने महिला डॉक्टर को टोल बूथ पर स्कूटी पार्क करते देखा था, आरोप है कि इन लोगों ने जानबूझकर उसकी स्कूटी पंक्चर कर दी ।
इसके बाद उसकी मदद करने के बहाने उसको एक सूनसान जगह पर ले गए जहाँ जाकर उन्होंने डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया ।
बाद में पेट्रोल डालकर उसे आग लगाकर मार डाला जिससे सबूत मिट सकें ।
जाँच में सामने आया घटना से पहले इन लोगों ने शराब पी रखी थी।
रेप और मर्डर की इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा था और इस मामले की सुनवाई के लिए फॉस्ट ट्रेक कोर्ट का भी गठन किया गया था ।
अब आज सुबह पुलिस के द्वारा इनके एनकाउंटर की खबर आई है , जिसके ऊपर अलग अलग तरह के बयान आ रहे हैं ।
कुछ लोगों ने इसे सही तरीका करार नहीं दिया है , इसे ह्यूमन राइट के खिलाफ बताया है , और कोर्ट से सही न्याय की बात कही है ।
लेकिन ऐसा सोचने और कहने वालों की संख्या न के बराबर है ।
ज्यादातर लोग पुलिस के काम से खुश है और अपनी प्रतिक्रिया शोशल मीडिया पर शेयर करते हुए पुलिस को सेल्यूट कर रहे है ।
आज सुबह वारदात की जगह पर 10 पुलिसकर्मियों के साथ रिक्रिएशन के लिए आरोपियों को लेकर गए थे ।
आरोपियों को साथ ले जाने की मुख्य वजह लेडी डॉक्टर का मोबाइल इन लोगों ने छुपा दिया था जिसकी तलाश करनी थी और वारदात की जगह से साइंटिफिक सबूत भी इकट्ठा करना था ।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 4 में से 2 मुजरिम ने पुलिस की पिस्तौल को छीनकर पुलिसवालों पर फायरिंग कर दी।
पुलिस ने एनकाउंटर से पहले चेतावनी दी थी लेकिन वो लोग फायरिंग करते रहे ।
जब वारदात की जगह लेडी डॉक्टर की मोबाइल तलाशने पहुंचे तो दो मुजरिम क्रमश: आरिफ और चिंताकुटा ने पुलिस पर पत्थर फेंक कर मारा और पिस्तौल छीनकर गोली चला दी।
तेलंगाना पुलिस ने बताया कि हमने पूरे घटना की साइंटिफिक तरीके से जांच की थी , जांच के बाद हमने चार लोगों को गिरफ्तार किया और मामले को कोर्ट में रखा था।
कोर्ट ने 10 दिन के लिए जेल भेजा दिया 4 और 5 दिसंबर को हमने जेल में पूछताछ की।
कमीशनर BC सज्जनार ने प्रेस कॉन्फ्रेेंस में कहा है कि हम NHRC के सवालों का जवाब देंगे, घटना के बाद से कई लोगों के द्वारा इस मामले पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं ।