बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारतीय वायुसेना का एमआई-17 चॉपर श्रीनगर के पास गश्त कर रहा था । लेकिन अचानक उस पर एक मिसाइल ने हमला कर दिया ।
कोर्ट ऑफ इन्क्वाएरी में पाया गया कि यह अपने ही देश के स्पाइडर एयर डिफेंस की ओर से चॉपर पर दागी गई मिसाइल थी।
चॉपर ने उस दिन 10 मिनट पहले ही उड़ान भरी थी, हेलीकॉप्टर में सवार 7 सेना कर्मियों की मौत हो गई थी ।
भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने 27 फरवरी को श्रीनगर में हुए एमआई-17 चॉपर क्रैश पर कहा कि कोर्ट ऑफ एन्क्वायरी पूरी हो गई है और यह हमारी ही बड़ी गलती थी ।
हमारी ही मिसाइल ने हमारे ही चॉपर को मार गिराया था । हम दो अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे , हम स्वीकार करते हैं कि यह हमारी बड़ी गलती थी । और हम सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की गलती भविष्य में नहीं दोहराई जाए ।
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है, राफेल लड़ाकू विमान और एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों की खरीद भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमताओं को काफी बढ़ाएगी।