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बुलंदशहर घटना पर पूरी ख़बर

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ऐसा क्या हुआ जो जान के दुश्मन हो गए ?

बुलंदशहर ज़िले के महाव गांव के राजकुमार नाम के शख्स के खेत में गाय के अवेशष मिले थे जिन्हें देख काफी लोग इकठ्ठा हो गए l

लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने खेतों में कम से कम एक दर्जन गायों के कंकाल देखे थे l

खबर फैलते ही  लगभग दो सौ से ज़्यादा हिंदू खेत में जमा हो गए और इस बात को लेकर आपस में विचार विमर्श करने लगे कि आगे क्या करना है l

राजकुमार की पत्नी रेनू का कहना है कि हम गाय के अवशेष खेतों में ही गाड़ना चाह रहे थे, लेकिन भीड़ नहीं मानी l

गाय का कंकाल मिलने के बाद कई गांव वाले बहुत ग़ुस्से में थे और उन्होंने फ़ैसला किया कि वो इसे लेकर थाने जाएंगे और पुलिस से फ़ौरन कार्रवाई की मांग करेंगे l

पुलिस के मुताबिक महाव गांव के जंगल में गोकशी की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां काफ़ी भीड़ जमा थी l समझाने पर भी भीड़ कुछ सुनने को तैयार नहीं थी और पथराव शुरू कर दिया l

इसके बाद योगेश राज नामक व्यक्ति आदि लोगों के नेतृत्व में दोपहर में चौकी चिंगरावठी के सामने सड़क पर लगे जाम लगाए खड़े लोग और उग्र होने लगे l

लोगों ने हाईवे पर स्थित चिंगरावाटी पुलिस चौकी को घेर लिया, उस समय थाने में केवल छह लोग थे और वे घबराहट में पुलिस मुख्यालय बार-बार फ़ोन करने लगे l

पुलिस मुख्यालय से फ़ौरन ही अतिरिक्त पुलिस भेजने का आदेश दिया गया l

पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध को जैसे ही उन्हें ख़बर मिली वो अपनी गाड़ी में बैठे और ड्राइवर राम आसरे को लेकर स्थल की ओर रवाना हुए l वह घटनास्थल पर पहुंच गए और ग़ुस्से से भरी भारी भीड़ के बीच चले गए l

मौके पर पहुंचे एसडीएम स्याना और क्षेत्राधिकारी स्याना ने भीड़ को समझाने की कोशिश की, दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का आश्वासन  भी दिया l  और कुछ लोगों को कोतवाली, स्याना चलकर एफ़आईआर की कॉपी लेने को भी कहा l

प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह ने भी वहां लोगों को समझाने-बुझाने की कोशिश की लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली l

उन्होंने बुलेटप्रूफ़ जैकेट नहीं पहना था और उनके हाथ में पिस्तौल भी नहीं थी l

जैसे-जैसे भीड़ का आकार बढ़ा वह आक्रामक होती चली गई जिससे और अधिकारी भी मौक़े पर पहुंच गए l इसी हालात में पुलिस ने बल प्रयोग करने का फ़ैसला ले लिया l

पुलिस के अनुसार नाराज़ भीड़ के पास देसी कट्टे थे और वह पुलिस टीम पर फ़ायरिंग कर रही थी l हालात हाथ से निकले जब पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के इरादे से हवा में गोली चलाई l

खबर के मुताबिक इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी और गोलियों की आवाज सुनाई देने लगीं l

कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने ख़ुद को पुलिस स्टेशन के छोटे से गंदे से कमरे में बंद कर लिया l उधर सुबोध कुमार सिंह हमलावरों की ओर से फेंकी गई ईंट लगने से ज़ख़्मी हो गए l

गोहत्या को बंद करने की मांग कर रही हिंसक भीड़ के आगे अब पुलिसकर्मियों की संख्या बहुत कम रह गई ,

ड्राइवर रामआसरे के मुताबिक ईंट से चोट लगने के बाद उन्हें गाड़ी की पिछली सीट पर बिठाया और जीप को दूसरी ओर घुमाया भीड़ ने उनका पीछा किया और फिर से हमला कर दिया l

गाडी फंसने के बाद वहां से भाग निकले , मगर घायल प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह को गोली मार दी गई और उनकी लाइसेंसी पिस्तौल, तीन मोबाइल फ़ोन छीनकर ले गए l

इसके बाद वो लगातार फ़ायरिंग करते रहे और वायरलेस सेट तोड़ दिए l

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बताती है कि सुबोध कुमार सिंह की बायीं भौंह के ठीक ऊपर गोली लगी l

जब सुबोध कुमार सिंह को नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया l

भीड़ के साथ प्रदर्शन कर रहे सुमित नाम के एक अन्य युवक को भी गोली लगी थी जिसकी बाद में मेरठ के एक अस्पताल में मौत हो गई l

इस घटना के बाद पूरा गांव वीरान पड़ा हुआ है लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं कुछ को गाय का कंकाल मिलने के बाद उनपर शक के बदले का डर है तो कुछ को पुलिस की कार्यवाही का डरl

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रुपए और उनके माता-पिता को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने व आश्रित परिवार को पेंशन और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का भी आश्वासन दिया है l

गोकशी के शक में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया। हिंसा और इस दौरान मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या में मुख्य आरोपी बजरंग दल नेता योगेश राज अभी भी फरार है।

इसी ने सोमवार को गोकशी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया है ।

पुलिस ने मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। पहली एफआईआर स्लॉटर हाउस पर और दूसरी हिंसा को लेकर दर्ज हुई है। एफआईआर में 27 नामजद और 60 अज्ञात आरोपी हैं। इनमें बजरंग दल का नेता योगेश राज, भाजपा युवा अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, विहिप कार्यकर्ता उपेंद्र राघव भी नामजद है ।

घटना के बाद विभिन्न दलों के नेताओ ने अलग अलग प्रकार से प्रतिक्रिया जाहिर की है

आजम खान ने योगी सरकार पर निशाना साधा है l

विपक्ष ने कहा है कि प्रदेश जल रहा है और मुख्यमंत्री चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं l

डॉ. कुमार विश्वास ने लिखा :
“लुटे सियासत की मंडी में और झूठी रुसवाई में ,
जाने कितना वक़्त लगेगा रिश्तों की तुरपाई में…!”
सत्ता के लिए ये नेता कुछ भी कर सकते हैं !
अंधभक्तो जाग जाओ, देश के सौहार्द्र को आग मत लगाओ !
नहीं तो कुछ नहीं बचेगा इन नरभक्षियों की दुकानों के अलावा “