भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज तीन चार दिन की प्रतीक्षा के बाद 184 उम्मीदवारों की लिस्ट सार्वजनिक की ।
इसमें उत्तर प्रदेश की 29 सीटों पर प्रत्याशी फाइनल किए गए हैं , शायद भाजपा भी होली के बाद शुभ महूर्त का इंतजार कर रही थी ।
ब्रज क्षेत्र की सीटों में थोड़ा सा जनता की सोच से हटकर उलट पुलट किया गया है ।
मथुरा से कोई भी बदलाव न करते हुए महारथी हेमा मालिनी जी पर विश्वास कायम किया गया है ।
जबकि सबसे बड़ा झटका आगरा सीट पर दिया गया है । आगरा सीट पर आम जनों का मानना था कि एस सी एस टी आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया का टिकट लगभग फाइनल है ।
लेकिन पार्टी आलाकमान और भाजपा केंद्रीय चयन समिति ने इस बार रामशंकर कठेरिया को जबरदस्त झटका देते हुए आगरा से उनका टिकट काट दिया है ।
आगरा सीट पर पिछले समय मे पार्टी बदल के भाजपा में शामिल हुए एस पी सिंह बघेल को भाजपा का लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया गया है ।
बता दें कि आगरा क्षेत्र में दोनों नेताओं रामशंकर कठेरिया और एस पी सिंह बघेल की खट पट की खबरें अक्सर लोकल अखबारों में पढ़ी गईं ।
इस बीच एस पी सिंह के बाजी मारने से उनकी पार्टी में पहुँच कठेरिया से ज्यादा साबित हुई है ।
वहीं ब्रज की एक और सीट फतेहपुर सीकरी पर पहले ही से अनुमान लग रहा था कि वहाँ के मौजूदा सांसद बाबूलाल का टिकट कट सकता है ।
और हुआ भी यही पार्टी द्वारा मौजूदा सांसद का टिकट काटकर नए चेहरे राजकुमार चाहर पर भरोसा जताया गया है ।
राजकुमार चाहर पहले विधानसभा चुनाव के लिए एक बार टिकट हासिल करने की कोशिश कर चुके थे लेकिन टिकट न मिलने से वे निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़े ।
निर्दलीय विधानसभा चुनाव में हालाँकि उनको जीत नही मिली लेकिन अच्छी संख्या में मत प्राप्त हुए थे ।
अब उनको फतेहपुर सीकरी सीट से लोकसभा का टिकट डित गया है ।
हालांकि बसपा-सपा गठबंधन द्वारा भी आगरा और फतेहपुर सीकरी सीट पर इन सीटों के फेमस चेहरे न उतारने से दोनों ही सीटों का गणित भाजपा के पक्ष में ज्यादा लगता है ।
हालांकि वोटर और वोट गिनती के बाद ही समझ आते हैं फिर भी ब्रज क्षेत्र में एक बार फिर से भाजपा का पलड़ा थोड़ा भारी लग रहा है ।