देश मे जगह जगह बारिश के अधिक होने की वजह से आने वाली बाढ़ से हो रही परेशानी की एक आध्यात्मिक वजह भी मानी जा रही है ।
आप भी पढ़ेंगे तो हैरान रह जाएंगे , ऐसी क्या वजह है कि पटना जैसे शहर डूब गए ?
ये खास वजह है नवरात्रि में देवी आने व जाने का वाहन
आप यकीन करें या न करें किन्तु यह सत्य है कि आध्यात्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी के नवरात्रि में आने व जाने का वाहन देवी किस दिन आ या जा रही हैं उस पर निर्भर करता है ।
देवी के आने का वाहन और उससे जुड़े तथ्यइस प्रकार है
अगर नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार को हो तो देवी का वाहन-हाथी होता है जिसकी वजह से अत्यधिक वर्षा यानि अतिवृष्टि होती है ।
यदि शुरुआत मंगलवार या शनिवार से हो तो वाहन घोडा होता है जिससे राज कष्ट यानि राजनीतिक उथल पुथल होती है ।
शुरुआत बुद्धवार को हो तो वाहन नौका होता है जिसे कल्याण कारी माना गया है ।
शुरुआत गुरुवार या शुक्रवार को हो तो वाहन डोली जोटा है जिससे जन कष्ट होते हैं ।
इसी प्रकार नवरात्रि देवी जाने (विसर्जन) का वाहन
रविवार या सोमवार को विसर्जन तो देवी जाने का वाहन महिष या भेंसा जिससे रोग बढ़ते हैं ।
मंगलवार या शनिवार को विसर्जन तो देवी जाने का वाहन मुर्गा जो व्यग्रता लाता है ।
बुद्धवार का विसरजन हो तो देवी जाने का वाहन मनुष्य का कन्धा जो कि मंगल या शुभ माना गया है ।
गुरुवार या शुक्रवार का विसर्जन तो देवी जाने का वाहन गज या हाथी जिससे अतिवृष्टि या वर्षा होती है ।
इस बार 29 सितम्बर रविवार है यानि माता गज या हाथी पर आईं और इसी वजह से वर्षा का आधिक होना माना जा रहा है और पटना जैसे शहर भी डूब गए ।
इस बार देवी विसर्जन 8 अक्टूबर सोमवार को है अतः देश और राजनीतिक द्राष्टि से सही समय नहीं है ।