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Home वोट नहीं दिया तो समझ लेना : मेनका गाँधी

वोट नहीं दिया तो समझ लेना : मेनका गाँधी

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उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी का एक वीडियो सामने आया है ।

चुनाव सभा के दौरान मेनका गाँधी खुलेआम मुसलमानों को धमकाकर वोट मांग रही हैं , मामला काफी गरम हो गया ओवैसी ने भी पलटवार किया है ।

सभा में उन्होंने कहा ‘मैं तो चुनाव जीत रहीं हूं, ऐसे में आप हमारा साथ दीजिए वरना कल जब आप काम के लिए हमारे पास आओगे तो समझ लीजिए मैं क्या करूंगी, मैं कोई महात्मा गांधी की छठी औलाद नहीं हूं ।

सुल्तानपुर जिले के एक मुस्लिम बहुल गांव तुराबखानी इलाके में मेनका गाँधी एक नुक्कड़ सभा को संबोधित कर रही थीं ।

सभा का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है उन्होंने कहा कि मेरे फॉउंडेशन ने आपके लिए एक हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं, लेकिन जब चुनाव आता है तो आप कहते हैं कि हम बीजेपी को वोट नहीं करेंगे ।

उन्होंने आगे कहा कि मैं तो इलेक्शन पार कर चुकी हूं ये जीत आपके बिना भी होगी तो खट्टी होगी ऐसे में जब रिजल्ट आएगा और आपके बूथ से 50 वोट या 100 वोट आएगा, ऐसे में आप मेरे पास काम के लिए आओगे तो समझ लीजिए ।

मुस्लिम मतदाताओं को कथित धमकी दिए जाने के मामले में सुल्तानपुर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने मेनका गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

उत्तरप्रदेश के CEO ऑफिसर ने जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है, इस मामले में अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी बीआर तिवारी ने कहा कि चुनाव आयोग ने मेनका गांधी के बयान का संज्ञान लिया है ।

कांग्रेस ने भी मेनका गांधी के इस बयान की शिकायत चुनाव आयोग से की है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ।

बयान पर AIMIM के सांसद ओवैसी ने कहा है कि वे मुसलमानों के लिए मुनासिब हक की मांग करते हैं तो उन्हें भड़काऊ भाईजान कहा जाता है ।

ओवैसी ने कहा कि मेनका गांधी को समझना चाहिए कि वोट कोई सामंती सलामी नहीं है और न ही वोट के आधार पर वह किसी संप्रदाय विशेष के लोगों का काम करने से मना कर सकती हैं।

ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, “मैं कहता हूं कि मुसलमानों को इस देश में मुनासिब हक मिलना चाहिए, उनके साथ इंसानों जैसा व्यवहार किया जाना चाहिए तब मुझे भड़काऊ भाईजान कहा जाता है

मामला सुल्तानपुर जिले के मुस्लिम बहुल गांव तुराबखानी इलाके में एक नुक्कड़ सभा का है ।